Akbar Birbal Hindi Story, Moral Story “Birbal ke jute”, ”बीरबल के जूते” Hindi Motivational Story for Primary Class, Class 9, Class 10 and Class 12

बीरबल के जूते

 Birbal ke jute

 बाद्शाह अकबर को ठ्ट्ठेबाजी का बहुत शौक था

और देव् योग से बीरबल भी बडा ठ्ट्ठेबाज़ था।

एक बार बाद्शाह ने हँसी मे बीरबल के जूते

उठ्वा लिए। चलते-चलते बीरबल जूते ढूंढ्ने लगे।

जब जूते न मिला तो अकबर ने सेवक से कहा –

अच्छा, हमारी ओर से इन को जूते दे दो।

यह सुन सेवक ने जूते पहना दिया। बीरबल

ने जूते पहन कर आर्शीवाद दिया कि परमेश्वर

आप को इस लोक और परलोक में ऐसे हज़ारो

जूते दे।

सुनते ही अकबर खिलखिला कर हँस पडे।

 

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