Indian Geography Notes on “Landform of India”, “भू-आकृति” Geography notes in Hindi for class 9, Class 10, Class 12 and Graduation Classes

भू-आकृति

Landform of India

विश्व में क्षेत्रफल एवं जनसंख्या की दृष्टि से सबसे बड़े महाद्वीपीय एशिया में स्थित भारत की आकृति पूर्णतः त्रिभुजाकार न होकर चतुष्कोणीय हे एवं यह भूमध्यरेख के उत्तर में स्थित है। कर्क रेखा इसके लगभग मध्य भाग से होकर गुजरती है। कर्क रेखा जिन प्रदेशों से होकर गुजरती है वे हैं – गुजरात, राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, बिहार, झारखण्ड, पश्चिम बंगाल, त्रिपुरा तथ मिजोरम। देश का मानक समय ग्रीनविच टाइम से 5 घंटें 30 मिनट आगे है।

अरुणाचल प्रदेश तथा सौराष्ट्र के बीच स्थानीय समय का अन्तर 30×40=120 मिनट अर्थात दो घण्टे का है क्योंकि अरुणांचल प्रदेश सौराष्ट्र के पूर्व में है, इसलिए सूर्योदय वहाँ पहले होगा। पूरा भारत उत्तरी गोलार्द्ध में स्थित है।

भारत में उत्तर-पश्चिम में इन्दिरा कॉल पर देश की स्थलीय सीमा अफ़ग़ानिस्तान, पाकिस्तान, तजाकिस्तान और चीन से मिलती है जबकि सुदूर उत्तरी-पूर्वी कोने पर भारतीय सीमा के साथ चीन और म्यांमार की सीमाएँ आपस में मिलती हैं। इसका सबसे दक्षिणी बिन्दु अण्डमान-निकोबार द्वीप समूह में स्थित है, जिसको वर्तमान में इन्दिरा प्वाइंट के नाम से जाना जाता है। इसके पूर्व नाम हैं – ला हि चिंग, पिगमेलियम प्वॉइण्ट तथा पारसन प्वॉइण्ट। द्वीपों समेप देश की समुद्री सीमा की कुल लम्बाई 7516,6 किमी. है।

देश सम्प्रति 28 राज्यों तथा 7 केन्द्र शासित प्रदेशों का एक संघ है। इसकी प्रादेशिक जल सीमा आधार पर रेखा से मापे गये 12 समुद्री मील की दूरी तक है जबकि संलग्न क्षेत्र की दूरी प्रादेशिक जल सीमा के आगे 24 समुद्री मील तक है। इस क्षेत्र में भारत को स्वच्छता का प्रबन्ध करने, सीमा शुल्क की वसूली करने आदि का अधिकार प्राप्त है। देश का एकान्तिक आर्थिक क्षेत्र संलग्न क्षेत्र के आगे 200 समुद्री मील तक हैं, जिसमें वैज्ञानिक शोधकार्यों को करने तथा कृत्रिम द्वीपों का निर्माण एवं प्राकृतिक संसाधनों का विदोहन करने की छूट मिली हुई है।

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