Swadesh Darshan Yojan “स्वदेश दर्शन योजना” How to apply, introduction of Yojana and benefits complete guide in Hindi

स्वदेश दर्शन योजना

Swadesh Darshan Yojana

स्कृति राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), पर्यटन (स्वतंत्र प्रभार) और नागरिक उड्डयन मंत्री डॉ. महेश शर्मा द्वारा दिल्ली में पर्यटन मंत्रालय की स्स्वदेश दर्शन (Swdesh Darshan) व प्रसाद योजना (Prasaad Yojana) पर अभियान निदेशालय की राष्ट्रीय संचालन समिति की बैठक की अध्यक्षता की। यह बैठक दोनों योजनाओं के त्वरित कार्यान्वयन के लिए मंत्रालयों के बीच सहयोग और समन्वय बढ़ाने के लिए की गई थी। 12 मंत्रालयों के अधिकारियों ने बैठक में हिस्सा लिया और सुझाव दिए कि बुनियादी ढांचा के विस्तार, सड़क एवं परिवहन सुविधाओं, रेलवे, नागरिक उड्डयन और कौशल विकास प्रशिक्षण के जरिए उनके मंत्रालय देश में पर्यटन को बढ़ावा देने में कैसे मदद कर सकते हैं।

पर्यटन मंत्रालय ने स्वदेश दर्शन योजना (Swdesh Darshan Yojana) के तहत हरियाणा, राजस्थान और गुजरात राज्यों में कृष्णा और विरासत सर्किट के विकास के लिए 275 करोड़ रुपये की परियोजना को मंजूरी दी है। स्वदेश दर्शन योजना (Swdesh Darshan Yojana) के लिए केंद्रीय मंजूरी एवं निगरानी समिति (सीएसएमसी) की बैठक पर्यटन सचिव विनोद जुत्शी के नेतृत्व में आयोजित की गई। इस बैठक में पर्यटन मंत्रालय और गुजरात, हरियाणा व राजस्थान राज्य सरकारों के वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया।

पर्यटन मंत्रालय ने देश के प्रमुख धार्मिक स्थलों और पर्यटन स्थलों के विकास के लिए स्वदेश दर्शन नामक महत्वाकांक्षी योजनाएं तैयार की हैं। उत्तराखंड सरकार ने स्वदेश दर्शन योजना (Swdesh Darshan Yojana) के तहत प्रमुख धार्मिक स्थलों और पर्यटन केंद्रों के विकास के लिए 100 करोड़ की योजना तैयार कर केंद्र सरकार को भेजी थी, जिसमें से 80 करोड़ के प्रस्तावों को केंद्र से मंजूरी दे दी गई है। इससे धार्मिक और पर्यटन के लिहाज से महत्वपूर्ण स्थलों को विश्व स्तरीय सुविधाओं से युक्त बनाया जाएगा। इन केंद्रों को बिजली, पानी, सड़क जैसी मूलभूत सुविधाओं से युक्त करने के साथ ही बेहतर पार्किंग, रहने के लिए अतिथिगृहों के निर्माण की योजना भी बनाई गई है।

इस परियोजना की लागत लगभग 98 करोड़ रुपये होगी। इस परियोजना में इन स्थलों का विश्व स्तर का ढांचागत विकास शामिल है, जिसमें ऑडियो विजुअल और प्रोजेक्शन शो, स्थलों पर प्रकाश व्यवस्था, सौर प्रकाश व्यवस्था और सड़कों की प्रकाश व्यवस्था, पर्यटक सहायता केंद्रों का निर्माण, यात्री शेड, सड़क के किनारे सुविधाओं के ढांचागत विकास, पार्किंग, जनसुविधाओं, ओपन एयर थियेटर, सांस्कृतिक व्याख्या केंद्र, फव्वारे और बागवानी पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।

कुरुक्षेत्र (हरियाणा) और उसके आसपास स्थित स्थलों को हरियाणा राज्य के कृष्णा सर्किट में शामिल किया गया है। ज्योतिसर, ब्रह्म सरोवर, सन्नहित सरोवर, नर्कातरी, बान गंगा, अमीन, अभिमन्यु का टीला स्थलों का विकास, स्नान घाट की सुविधा (लॉकर्स, चेंजिंग रूम, आदि), महाभारत थीम पार्क का निर्माण, वाटर चैनल और फव्वारे (परिदृश्य का हिस्सा; सरस्वती नदी), बहु उद्देशीय पर्यटक सूचना केंद्र, ब्रह्म सरोवर की प्रकाश व्यवस्था और ब्रह्म सरोवर मंदिर की प्रकाश व्यवस्था, म्यूजिकल फाउंटेन के साथ मल्टीमीडिया लेजर शो, पार्किंग और जनसुविधाओं के विकास आदि को इस परियोजना में शामिल किया गया है। हरियाणा में कृष्णा सर्किट के एकीकृत विकास के लिए कुल परियोजना लागत 96.00 करोड़ रुपये होने का अनुमान है।

गांधी थीम पर गुजरात की विरासत सर्किट में मुख्य ध्यान अहमदाबाद (कोचरब आश्रम, साबरमती आश्रम, डांडी पुल,), राजकोट (अल्फ्रेड हाई स्कूल, काबा गांधी नोडेलो, राष्ट्रीय शाला), पोरबंदर (कीर्ति मंदिर), बारदोली (सरदार पटेल संग्रहालय) और डांडी (गांधी स्मृति रेलवे स्टेशन, कराडी गांव, दांडी मेमोरियल) जैसे स्थलों को शामिल किया गया है। इस परियोजना की कुल लागत 80.00 करोड़ रुपये होने का अनुमान है। जिसमें अति आधुनिक ऑडियो विजुअल और प्रोजेक्शन शो, स्थलों की प्रकाश व्यवस्था, पर्यटक सुविधा केंद्रों का निर्माण, सड़क किनारे सुविधाओं का ढांचागत विकास, पार्किंग, जनसुविधाएं और बागवानी आदि शामिल हैं।

Leave a Reply

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.