Tag: Hindi Poems

Hindi Poem of Pratibha Saksena “  Mere desh udas na hona”,”मेरे देश उदास न होना” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

मेरे देश उदास न होना  Mere desh udas na hona   कुछ पहचाने कुछ, अनजाने दृष्य देख मन भरमा जाता, एक पहेली पसरी लगती , अपना देश याद आता …

Hindi Poem of Pratibha Saksena “  Ganga Jamuna”,”गंगा-जमुना” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

गंगा-जमुना  Ganga Jamuna   नैहर की सुधि अइसी उमडल हिया माँ ब्याकुल उठे हिलकोर, आगिल क मारग बिसरली रे गंगा घूम गइलीं मइके की ओर! बेटी को खींचे रे …

Hindi Poem of Pratibha Saksena “  Admay”,”अदम्य” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

अदम्य  Admay   धरती तल में उगी घास यों ही अनायास, पलती रही धरती के क्रोड़ में, मटीले आँचल में . हाथ-पाँव फैलाती आसपास . मौसमी फूल नहीं हूँ …

Hindi Poem of Pratibha Saksena “ Maa ri bula ek baar”,”माँ री, बुला एक बार!” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

माँ री, बुला एक बार! Maa ri bula ek baar     फिर से उसी घर में थोड़ा थोड़ा-सा रह लूँ माँ री, बुला एक बार! ससुरे के आँगन …

Hindi Poem of Pratibha Saksena “  Jevan kavar”,”जीवन-काँवर” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

जीवन-काँवर  Jevan kavar   भौतिकता और चेतना के दो घटवाली जीवन-काँवर, लेकर आता है जीव, श्वास की त्रिगुण डोर में अटका कर, हर बार नये ही निर्धारण, काँवरिये की …

Hindi Poem of Pratibha Saksena “  Hamar kou ka kari he”,”हमार कोऊ का करि है !” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

हमार कोऊ का करि है !  Hamar kou ka kari he   हम तो खाइब अम्हाड़ को अचार, चुराय के हँडिया से, हमार कोऊ का करि है! आपुन सपूत …

Hindi Poem of Pratibha Saksena “  Vaha hargiz nahi jana”,”वहाँ हरगिज़ नहीं जाना” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

वहाँ हरगिज़ नहीं जाना  Vaha hargiz nahi jana   जहां के लिये उमड़े मन वहाँ हरगिज़ नहीं जाना न आओ दिख रहा लिक्खा जहाँ के बंद द्वारों पर फकत …

Hindi Poem of Pratibha Saksena “  Dhare raho mo pe”,”ढरे रहो मो पे” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

ढरे रहो मो पे  Dhare raho mo pe   संकर को पोटि के पियाय दियो घोर विष असुरन को छल से छकाय दई वारुणी मिलि-बाँटि देवन सों आप सुधा …