Hindi Short Story, Moral Story “ Vastu ka mulya”, ”वस्तु का मूल्य” Hindi Motivational Story for Primary Class, Class 9, Class 10 and Class 12

वस्तु का मूल्य

 Vastu ka mulya

 

 

 जौनपुर में एक धनवान आदमी रहता था। उसके पास एक प्राचीन स्वर्ण पात्र था।

 

 वह सोचता था कि जब कोई महत्वपूर्ण मौका आएगा, तब उसे निकालेगा।

 

 एक बार उसके यहां राज्य का एक मंत्री आया। तब उसने सोचा महज एक मंत्री लिए इसे निकालूं? किसी बड़े आदमी के सामने उसे निकालूंगा।

 

 अगली बार उसके यहां एक संत पधारे तो उसने सोचा भला संत इसकी कद्र क्या जानेंगे?

 

एक बार उसके यहां राजा आया। उसने राजा के साथ भोजन किया, किंतु उसे लगा कि वह पात्र राजा की तुलना में अधिक गौरवप्रद है। जब उसके बच्चों की शादी हुई तब भी उसने वह स्वर्ण पात्र नहीं निकाला।

 

 दिन गुजरते गए व एक दिन उसकी मौत हो गई। उसका अंतिम संस्कार कर दिया गया।  

 

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