Hindi Poem of Bashir Badra “Khush rahe ya bahut udas rahe”,”ख़ुश रहे या बहुत उदास रहे” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

ख़ुश रहे या बहुत उदास रहे

 Khush rahe ya bahut udas rahe

ख़ुश रहे या बहुत उदास रहे

ज़िन्दगी तेरे आस पास रहे

चाँद इन बदलियों से निकलेगा

कोई आयेगा दिल को आस रहे

हम मुहब्बत के फूल हैं शायद

कोई काँटा भी आस पास रहे

मेरे सीने में इस तरह बस जा

मेरी सांसों में तेरी बास रहे

आज हम सब के साथ ख़ूब हँसे

और फिर देर तक उदास रहे

Leave a Reply

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.