Hindi Poem of Sahir Ludhianvi “ Pyar kar liya to kya pyar he khata nahi“ , “प्यार कर लिया तो क्या प्यार है खता नहीं” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

प्यार कर लिया तो क्या प्यार है खता नहीं

 Pyar kar liya to kya pyar he khata nahi

प्यार कर लिया तो क्या प्यार है खता नहीं

प्यार कर लिया तो क्या प्यार है खता नहीं

तेरी मेरी उम्र में किसने ये किया नहीं

प्यार कर लिया तो क्या प्यार है खता नहीं

तेरे होंठ मेरे होंठ सिल गये तो क्या हुआ  

तेरे होंठ मेरे होंठ सिल गये तो क्या हुआ  

दिल की तरह जिस्म भी मिल गये तो क्या हुआ

दिल की तरह जिस्म भी मिल गये तो क्या हुआ

इससे पहले क्या कभी ये सितम हुआ नहीं  

प्यार कर लिया तो क्या प्यार है खता नहीं

मैं भी होशमंद हूँ तू भी होशमंद है   

उस तरह जियेंगे हम जिस तरह पसंद है 

मैं भी होशमंद हूँ तू भी होशमंद है   

उस तरह जियेंगे हम जिस तरह पसंद है   

उनकी बात क्यूँ सुनें जिनसे वास्ता नहीं

प्यार कर लिया तो क्या प्यार है खता नहीं

रस्म क्या रिवाज़ क्या धर्म क्या समाज क्या 

दुश्मनों का खौफ़ क्यूँ दोस्तों की लाज क्या

रस्म क्या रिवाज़ क्या धर्म क्या समाज क्या 

दुश्मनों का खौफ़ क्यूँ दोस्तों की लाज क्या

ये वो शोख है कि जिससे कोई भी बचा नहीं

प्यार कर लिया तो क्या प्यार है खता नहीं

प्यार कर लिया तो क्या प्यार है खता नहीं

तेरी मेरी उम्र में किसने ये किया नहीं

प्यार कर लिया तो क्या प्यार है खता नहीं

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