Hindi Poem of Sur Das “Maharaja bhavani Braham bhuvnaki rani, “महाराज भवानी ब्रह्म भुवनकी रानी” Complete Poem for Class 10 and Class 12

महाराज भवानी ब्रह्म भुवनकी रानी

Maharaja bhavani Braham bhuvnaki rani

महाराज भवानी ब्रह्म भुवनकी रानी ॥ध्रु०॥

आगे शंकर तांडव करत है । भाव करत शुलपानी ॥ महा०॥१॥

सुरनर गंधर्वकी भिड भई है । आगे खडा दंडपानी ॥ महा०॥२॥

सुरदास प्रभु पल पल निरखत । भक्तवत्सल जगदानी ॥ महा०॥३॥

 

 

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