Hindi Vrat Katha, Dharmik katha of “Navratri me kese kare Maa Durga ka Pujan ”, “नवरात्री में कैसे करें माँ दुर्गा का पूजन” Hindi Poranik Prernadayak Story for All Classes.

नवरात्री में कैसे करें माँ दुर्गा का पूजन

Navratri me kese kare Maa Durga ka Pujan

मां जगदंबा दुर्गा देवी जो ममतामयी मां अपने पुत्रों की इच्छा पूर्ण करती है, ऐसी देवी मां का पूजन संक्षिप्त में प्रस्तुत है।

सबसे पहले आसन पर बैठकर जल से तीन बार शुद्ध जल से आचमन करे- ॐ केशवाय नम:, ॐ माधवाय नम:, ॐ नारायणाय नम: फिर हाथ में जल लेकर हाथ धो लें। हाथ में चावल एवं फूल लेकर अंजुरि बांध कर दुर्गा देवी का ध्यान करें।

आगच्छ त्वं महादेवि। स्थाने चात्र स्थिरा भव।

यावत पूजां करिष्यामि तावत त्वं सन्निधौ भव।।

‘श्री जगदम्बे दुर्गा देव्यै नम:।’ दुर्गादेवी-आवाहयामि! – फूल, चावल चढ़ाएं।

‘श्री जगदम्बे दुर्गा देव्यै नम:’ आसनार्थे पुष्पानी समर्पयामि।- भगवती को आसन दें।

श्री दुर्गादेव्यै नम: पाद्यम, अर्ध्य, आचमन, स्नानार्थ जलं समर्पयामि। – आचमन ग्रहण करें।

श्री दुर्गा देवी दुग्धं समर्पयामि – दूध चढ़ाएं।

श्री दुर्गा देवी दही समर्पयामि – दही चढा़एं।

श्री दुर्गा देवी घृत समर्पयामि – घी चढ़ाएं।

श्री दुर्गा देवी मधु समर्पयामि – शहद चढा़एं

श्री दुर्गा देवी शर्करा समर्पयामि – शक्कर चढा़एं।

श्री दुर्गा देवी पंचामृत समर्पयामि – पंचामृत चढ़ाएं।

श्री दुर्गा देवी गंधोदक समर्पयामि – गंध चढाएं।

श्री दुर्गा देवी शुद्धोदक स्नानम समर्पयामि – जल चढा़एं।

आचमन के लिए जल लें,

श्री दुर्गा देवी वस्त्रम समर्पयामि – वस्त्र, उपवस्त्र चढ़ाएं।

श्री दुर्गा देवी सौभाग्य सूत्रम् समर्पयामि-सौभाग्य-सूत्र चढाएं।

श्री दुर्गा-देव्यै पुष्पमालाम समर्पयामि-फूल, फूलमाला, बिल्व पत्र, दुर्वा चढ़ाएं।

श्री दुर्गा-देव्यै नैवेद्यम निवेदयामि-इसके बाद हाथ धोकर भगवती को भोग लगाएं।

श्री दुर्गा देव्यै फलम समर्पयामि- फल चढ़ाएं।

तांबुल (सुपारी, लौंग, इलायची) चढ़ाएं- श्री दुर्गा-देव्यै ताम्बूलं समर्पयामि।

मां दुर्गा देवी की आरती करें।

यही देवी पूजा की संक्षिप्त विधि है।

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