Hindi Poem of Amitabh Bachchan “ Mujhe irshsya ha mahanayako se  “ , “मुझे ईर्ष्या है महानायकों से” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

मुझे ईर्ष्या है महानायकों से

Mujhe irshsya ha mahanayako se  

 

मुझे ईर्ष्या है महानायकों से

उनकी तरह मैं मजबूत घोड़ा

ताक़तवर खच्चर नहीं बन सका

जो उतार-चढ़ाव से नहीं घबराते

सारा कूड़ा-करकट

पीठ पर लाद हिनहिनाते भागते

सबकी नैया पार लगाते

टूटते सितारों को कन्धा देते

मुझे दुख है मैं महानायक भी नहीं बना ।

 

 

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