Hindi Poem of Amitabh Bachchan “ Unhone beimani se kuch pese kamaye“ , “उन्होंने बेईमानी से कुछ पैसे कमाए” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

उन्होंने बेईमानी से कुछ पैसे कमाए

Unhone beimani se kuch pese kamaye

 

उन्होंने बेईमानी से कुछ पैसे कमाए

ज़मीन का एक टुकड़ा ख़रीदा

कुछ और बेईमानियाँ की

एक घर बनाया

कुछ और बेईमानियाँ की

घर को रहने लायक बनाया

तक़दीर ने साथ दिया

बड़ी बेईमानी के कुछ और मौक़े निकल आए

पुराना घर गिरा दिया

नए में हाथ लगाया

वे कुछ नई बेईमानियाँ कर रहे हैं

उनका नया घर खड़ा हो रहा है

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