Hindi Poem of Bhushan “Garud ko dava jesa naag ke samuh par “गरुड़ को दावा जैसे नाग के समूह पर ” Complete Poem for Class 10 and Class 12

गरुड़ को दावा जैसे नाग के समूह पर – भूषण

Garud ko dava jesa naag ke samuh par – Bhushan

 

गरुड़ को दावा जैसे नाग के समूह पर
दावा नाग जूह पर सिंह सिरताज को
दावा पूरहूत को पहारन के कूल पर
दावा सब पच्छिन के गोल पर बाज को
भूषण अखंड नव खंड महि मंडल में
रवि को दावा जैसे रवि किरन समाज पे
पूरब पछांह देश दच्छिन ते उत्तर लौं
जहाँ पातसाही तहाँ दावा सिवराज को

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