Hindi Poem of Ibne Insha “Khyal kijiye kya kaam aaj mene kya”,”ख़याल कीजिये क्या काम आज मैं ने किया” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

ख़याल कीजिये क्या काम आज मैं ने किया

 Khyal kijiye kya kaam aaj mene kya

ख़याल कीजिये क्या काम आज मैं ने किया|

जब उन्ने दी मुझे गाली सलाम मैं ने किया|

कहा ये सब्र ने दिल से के लो ख़ुदाहाफ़ीज़,

के हक़-ए-बंदगी अपना तमाम मैं ने किया|

झिड़क के कहने लगे लब चले बहुत अब तुम,

कभी जो भूल के उनसे कलाम मैं ने किया|

हवस ये रह गई साहिब ने पर कभी न कहा,

के आज से तुझे  “इंशा” ग़ुलाम मैंने किया|

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