Hindi Poem of Kumar vishvas “Pawan ne kaha“ , “पवन ने कहा” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

पवन ने कहा
Pawan ne kaha

पवन ने कहा
सौंप दो मुझे
अपना सब सत्व
तमस व रजत
चाहती हूँ मैं
स्वयं से जोड़ना
तुमको
यही होगी गति उत्तम
शब्द सार्थक
नियति उत्तम
किन्तु मुझे करना
क्षमा तुम
मैं रहूंगी – वहीं
अपने चन्दन वन में
बहूँगी वहीं
तुम्हारी धरती पर
आ नहीं सकती
अभी मैं
कभी मैं
किन्तु फिर भी
मैं सदा उत्सुक हूँ
तुमसे सहज
व्यापार हेतु
प्यार हेतु!

Leave a Reply

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.