Hindi Poem of Kunwar Narayan “Dusri taraf uski upasthiti “ , “दूसरी तरफ़ उसकी उपस्थिति” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

दूसरी तरफ़ उसकी उपस्थिति
Dusri taraf uski upasthiti

वहाँ वह भी था
जैसे किसी सच्चे और सुहृद
शब्द की हिम्मतों में बँधी हुई
एक ठीक कोशिश…….

जब भी परिचित संदर्भों से कट कर
वह अलग जा पड़ता तब वही नहीं
वह सब भी सूना हो जाता
जिनमें वह नहीं होता ।

उसकी अनुपस्थिति से
कहीं कोई फ़र्क न पड़ता किसी भी माने में,
लेकिन किसी तरफ़ उसकी उपस्थिति मात्र से

एक संतुलन बन जाता उधर
जिधर पंक्तियाँ होती, चाहे वह नहीं ।

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