Hindi Poem of Nida Fazli “ Jab bhi kisi ne khud ko sada di ”,”जब भी किसी ने ख़ुद को सदा दी” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

जब भी किसी ने ख़ुद को सदा दी

Jab bhi kisi ne khud ko sada di 

 

जब भी किसी ने ख़ुद को सदा दी

सन्नाटों में आग लगा दी

मिट्टी उस की पानी उस का

जैसी चाही शक्ल बना दी

छोटा लगता था अफ़साना

मैं ने तेरी बात बढ़ा दी

जब भी सोचा उस का चेहरा

अपनी ही तस्वीर बना दी

तुझ को तुझ में ढूँड के हम ने

दुनिया तेरी शान बढ़ा दी

 

 

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