Hindi Poem of Nida Fazli “  Jab kisi se koi gila rakhna”,”जब किसी से कोई गिला रखना” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

जब किसी से कोई गिला रखना

 Jab kisi se koi gila rakhna

 

जब किसी से कोई गिला रखना

सामने अपने आईना रखना

यूँ उजालों से वास्ता रखना

शम्मा के पास ही हवा रखना

घर की तामीर चाहे जैसी हो

इस में रोने की जगह रखना

मस्जिदें हैं नमाज़ियों के लिये

अपने घर में कहीं ख़ुदा रखना

मिलना जुलना जहाँ ज़रूरी हो

मिलने-जुलने का हौसला रखनाa

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