Hindi Poem of Nida Fazli “ Muhabbat me vafadari se bachiye”,”मुहब्बत में वफ़ादारी से बचिये” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

मुहब्बत में वफ़ादारी से बचिये

 Muhabbat me vafadari se bachiye

 

मुहब्बत में वफ़ादारी से बचिये

जहाँ तक हो अदाकारी से बचिये

हर एक सूरत भली लगती है कुछ दिन

लहू की शोबदाकारी से बचिये

शराफ़त आदमियत दर्द-मन्दी

बड़े शहरों में बीमारी से बचिये

ज़रूरी क्या हर एक महफ़िल में आना

तक़ल्लुफ़ की रवादारी से बचिये

बिना पैरों के सर चलते नहीं हैं

बुज़ुर्गों की समझदारी से बचिये

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