Hindi Poem of Pradeep’“Dekh tere sansar ki haalat , “देख तेरे संसार की हालत” Complete Poem for Class 10 and Class 12

देख तेरे संसार की हालत – प्रदीप

Dekh tere sansar ki haalat -Pradeep

देख तेरे संसार की हालत क्या हो गयी भगवान्

 कितना बदल गया इंसान कितना बदल गया इंसान

 सूरज न बदला चाँद न बदला न बदला रे आसमान

 कितना बदल गया इंसान कितना बदल गया इंसान

 राम के भक्त रहीम के बन्दे

 रचते आज फरेब के फंदे

 कितने ये मक्कार ये अंधे

 देख लिए इनके भी फंदे

 इन्ही की काली करतूतों से

 बना ये मुल्क मसान

 कितना बदल गया इंसान

 क्यूँ ये नर आपस में झगड़ते

 काहे लाखों घर ये उजड़ते

 क्यूँ ये बच्चे माँ से बिछड़ते

 फूट फूट कर क्यूँ रो

 ते प्यारे बापू के प्राण

 कितना बदल गया इंसान

 कितना बदल गया इंसान

 

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