Hindi Poem of Giridhar “Sai sab sansar me“ , “सांई सब संसार में” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

सांई सब संसार में
Sai sab sansar me

 

सांई सब संसार में, मतलब को व्यवहार।
जब लग पैसा गांठ में, तब लग ताको यार॥

तब लग ताको यार, यार संगही संग डोलैं।
पैसा रहा न पास, यार मुख से नहिं बोलैं॥

कह ‘गिरिधर कविराय जगत यहि लेखा भाई।
करत बेगरजी प्रीति यार बिरला कोई सांई॥

 

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