Hindi Poem of Sur Das “  Jago pitam pyare lal, “जागो पीतम प्यारा लाल” Complete Poem for Class 10 and Class 12

जागो पीतम प्यारा लाल

 Jago pitam pyare lal

 

जागो पीतम प्यारा लाल तुम जागो बन्सिवाला ।

तुमसे मेरो मन लाग रह्यो तुम जागो मुरलीवाला ॥ जा०॥ध्रु०॥

बनकी चिडीयां चौं चौं बोले पंछी करे पुकारा ।

रजनि बित और भोर भयो है गरगर खुल्या कमरा ॥१॥

गरगर गोपी दहि बिलोवे कंकणका ठिमकारा ।

दहिं दूधका भर्या कटोरा सावर गुडाया डारा ॥ जा०॥२॥

धेनु उठी बनमें चली संग नहीं गोवारा ।

ग्वाल बाल सब द्वारे ठाडे स्तुति करत अपारा ॥ जा०॥३॥

शिव सनकादिक और ब्रह्मादिक गुन गावे प्रभू तोरा ।

सूरदास बलिहार चरनपर चरन कमल चित मोरा ॥ जा०॥४॥

 

 

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