Hindi Poem of Bhawani Prasad Mishra “  Me kya karunga“ , “मैं क्या करूँगा” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

मैं क्या करूँगा

 Me kya karunga

 

राशि राशि पत्ते

पेडो के नीचे के राशि राशि झरे बिखरे

सूखे फूल

लेकर चलेगी चल देगी

मुझको तो यह भी मयस्सर नही है

मैं क्या करूंगा वैसाख की दुपहिरया में

झरिया खनाती हुयी कोई बेटी भी

नही दिखेगी जब नदिया के तीर पर

मैं क्या लेकर उडूँगा प्राणो में

देय क्या भरूंगा मैं शब्दो के दोने में 

अकमर्ठ बुढापे सा 

दुबका रहँूगा क्या कोने में

तन के मन के 

विस्तृत गगन के 

आेर छोर ढांकने की इच्छा मेरी 

आषाढ के मेघ की तरह नही 

तो क्या

वैसाख जेठ की धूल की तरह भी

प्ाूरी नही होगी 

राशि राशि झरे बिखरे सूखे फूल 

लेकर बहेगी हवा वैसाख की 

मैं क्या करूंगा।

 

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