Hindi Poem of Giridhar “Sai sua pravin gati“ , “साईं सुआ प्रवीन गति ” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

साईं सुआ प्रवीन गति
Sai sua pravin gati

 

साईं सुआ प्रवीन गति वाणी वदन विचित्त
रूपवंत गुण आगरो राम नाम सों चित्त

राम नाम सों चित्त और देवन अनुरागयो
जहां जहां तुव गयो तहां तहां नीको लागयो

कह गिरिधर कविराय सुआ चूकयो चतुराई
वृथा कियो विश्वास सेय सेमर को साईं

 

Leave a Reply

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.