Hindi Poem of Mahadevi Verma “Jo tum a Jata ek baar ”, “जो तुम आ जाते एक बार ” Complete Poem for Class 10 and Class 12

जो तुम आ जाते एक बार -महादेवी वर्मा

Jo tum a Jata ek baar – Mahadevi Verma

 

जो तुम आ जाते एक बार

कितनी करूणा कितने संदेश
पथ में बिछ जाते बन पराग
गाता प्राणों का तार तार
अनुराग भरा उन्माद राग

आँसू लेते वे पथ पखार
जो तुम आ जाते एक बार

हंस उठते पल में आर्द्र नयन
धुल जाता होठों से विषाद
छा जाता जीवन में बसंत
लुट जाता चिर संचित विराग

आँखें देतीं सर्वस्व वार
जो तुम आ जाते एक बार

Leave a Reply

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.