Hindi Poem of Nagarjun “Chandu mene sapna dekha“ , “चंदू, मैंने सपना देखा” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

चंदू, मैंने सपना देखा

Chandu mene sapna dekha

चंदू, मैंने सपना देखा, उछल रहे तुम ज्यों हिरनौटा

चंदू, मैंने सपना देखा, अमुआ से हूँ पटना लौटा

चंदू, मैंने सपना देखा, तुम्हें खोजते बद्री बाबू

चंदू,मैंने सपना देखा, खेल-कूद में हो बेकाबू

मैंने सपना देखा देखा, कल परसों ही छूट रहे हो

चंदू, मैंने सपना देखा, खूब पतंगें लूट रहे हो

चंदू, मैंने सपना देखा, लाए हो तुम नया कैलंडर

चंदू, मैंने सपना देखा, तुम हो बाहर मैं हूँ अंदर

चंदू, मैंने सपना देखा, अमुआ से पटना आए हो

चंदू, मैंने सपना देखा, मेरे लिए शहद लाए हो

चंदू मैंने सपना देखा, फैल गया है सुयश तुम्हारा

चंदू मैंने सपना देखा, तुम्हें जानता भारत सारा

चंदू मैंने सपना देखा, तुम तो बहुत बड़े डाक्टर हो

चंदू मैंने सपना देखा, अपनी ड्यूटी में तत्पर हो

चंदू, मैंने सपना देखा, इम्तिहान में बैठे हो तुम

चंदू, मैंने सपना देखा, पुलिस-यान में बैठे हो तुम

चंदू, मैंने सपना देखा, तुम हो बाहर, मैं हूँ अंदर

चंदू, मैंने सपना देखा, लाए हो तुम नया कैलेंडर

 

Leave a Reply

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.