Hindi Poem of Raghuveer Sahay “Aao jal bhare bartan me“ , “आओ, जल भरे बर्तन में” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

आओ, जल भरे बर्तन में

Aao jal bhare bartan me

आओ, जल भरे बर्तन में झाँकें

साँस से पानी में डोल उठेंगी दोनों छायाएँ

चौंककर हम अलग-अलग हो जाएंगे

जैसे अब, तब भी मिलाएंगे आँखें, आओ

पैठी हुई जल में चाया साथ-साथ भींगे

झुके हुए ऊपर दिल की ध़अकन-सी काँपे

करती हुई इंगित कभी हाँ के कभी ना के

आओ, जल भरे बर्तन में झाँकें।

 

 

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