Hindi Poem of Sahir Ludhianvi “Ye husan tera ye ishq mera“ , “ये हुस्न तेरा ये इश्क़ मेरा” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

ये हुस्न तेरा ये इश्क़ मेरा

 Ye husan tera ye ishq mera

ये हुस्न तेरा ये इश्क़ मेरा

रंगीन तो है बदनाम सही

मुझ पर तो कई इल्ज़ाम लगे

तुझ पर भी कोई इल्ज़ाम सही

इस रात की निखरी रंगत को

कुछ और निखर जाने दे ज़रा

नज़रों को बहक जाने दे ज़रा

ज़ुल्फ़ों को बिखर जाने दे ज़रा

कुछ देर की ही तस्कीन सही

कुछ देर का ही आराम सही

जज़्बात की कलियाँ चुनना है

और प्यार का तोहफ़ा देना है

लोगों की निगाहें कुछ भी कहें

लोगों से हमें क्या लेना है

ये ख़ास त’अल्लुक़ आपस का

दुनिया की नज़र में आम सही

रुसवाई के डर से घबरा कर

हम तर्क-ए-वफ़ा कब करते हैं

जिस दिल को बसा लें पहलू में

उस दिल को जुदा कब करते हैं

जो हश्र हुआ है लाखों का

अपना भी वही अंजाम सही

ये हुस्न तेरा ये इश्क़ मेरा

रंगीन तो है बदनाम सही

मुझ पर तो कई इल्ज़ाम लगे

तुझ पर भी कोई इल्ज़ाम सही

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