Hindi Poem of Sahir Ludhianvi “Hum intzar karenge tera kayamat tak“ , “हम इन्तज़ार करेंगे तेरा क़यामत तक” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

हम इन्तज़ार करेंगे तेरा क़यामत तक

 Hum intzar karenge tera kayamat tak

हम इन्तज़ार करेंगे तेरा क़यामत तक

ख़ुदा करे कि क़यामत हो और तू आए

यह इन्तज़ार भी एक इम्तिहान होता है

इसी से इश्क का शोला जवान होता है

यह इन्तज़ार सलामत हो और तू आए

बिछाए शौक़ के सजदे वफ़ा की राहों में

खड़े हैं दीद की हसरत लिए निगाहों में

कुबूल दिल की इबादत हो और तू आए

वो ख़ुशनसीब हो जिसको तू इन्तिख़ाब करे

ख़ुदा हमारी मोहब्बत को कामयाब करे

जवाँ सितार-ए-क़िस्मत हो और तू आए

ख़ुदा करे कि क़यामत हो और तू आए

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