Hindi Poem of Shlabh Shri Ram Singh “Ladki akeli he is waqt“ , “लड़की अकेली है इस वक़्त” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

लड़की अकेली है इस वक़्त

Ladki akeli he is waqt

लडकी अकेली है अपने सुख में

अपने दुःख में अकेली है लडकी

अकेली है अपनी उत्तेजना और अपने आक्रोश में

अकेली है अपने संवाद में

अपनी चुप्पी में अकेली है लडकी

अकेली है अपनी हँसी में

अकेली है अपनी नीद में

अपने सपनों में अकेली है लडकी

अकेली है अपनी सुबहों में

अकेली है अपनी दोपहरों में

अपनी शामों में अकेली है लडकी

अकेली-अकेली है अपनी किताबों में

लडकी अकेली है अपनी तन्हाइयों में

अपनी जम्हाइयों में अकेली है लडकी

अकेली है अपनी अंगड़ाइयों में

लडकी अकेली है इस वक़्त

 

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