Hindi Poem of Amitabh Bachchan “Ghar to bahut sare khali hai“ , “घर तो बहुत सारे ख़ाली हैं” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

घर तो बहुत सारे ख़ाली हैं
Ghar to bahut sare khali hai

 

घर तो बहुत सारे ख़ाली हैं
पर वे हिन्दुओं के घर हैं
वे मुसलमानों को नहीं मिलेंगे
कुछ घर चमारों को

कुछ दुसाधों को नहीं मिलेंगे
कुछ घरों को
शुद्ध शाकाहारियों का
करना पड़ेगा इन्तज़ार

कुछ घर
एडवांस के चक्कर में छूट जाएँगे
कुछ घरों को पण्डित
प्रेतात्माओं से छुड़ाएँगे

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