Hindi Poem of Anamika “Lathi me gun bahut hai “ , “लाठी में गुण बहुत हैं” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

लाठी में गुण बहुत हैं
Lathi me gun bahut hai

 

लाठी में हैं गुण बहुत, सदा रखिये संग।
गहरि नदी, नाली जहाँ, तहाँ बचावै अंग।।

तहाँ बचावै अंग, झपटि कुत्ता कहँ मारे।
दुश्मन दावागीर होय, तिनहूँ को झारै।।

कह गिरिधर कविराय, सुनो हे दूर के बाठी।
सब हथियार छाँडि, हाथ महँ लीजै लाठी।।

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