Hindi Poem of Mira Bai “ Nena nipat bankat chabi atke, “ नैना निपट बंकट छबि अटके” Complete Poem for Class 10 and Class 12

नैना निपट बंकट छबि अटके

 Nena nipat bankat chabi atke

नैना निपट बंकट छबि अटके।

देखत रूप मदनमोहन को, पियत पियूख न मटके।

बारिज भवाँ अलक टेढी मनौ, अति सुगंध रस अटके॥

टेढी कटि, टेढी कर मुरली, टेढी पाग लट लटके।

‘मीरा प्रभु के रूप लुभानी, गिरिधर नागर नट के॥

 

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