Hindi Poem of Shlabh Shri Ram Singh “Naya nark“ , “नया नर्क” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

नया नर्क

 Naya nark

फिर हुआ

पृथ्वी पर एक नए नर्क का निर्माण

विपत्ति की चपेट में आई भाषा

संकट के घेरे में आई अभिव्यक्ति

होंठों से पुतलियों की और सरकने लगे शब्द

फिर हुआ

पृथ्वी पर नए नर्क का निर्माण

विरूपता की आधुनिकता को बरकरार रखने के लिए

बरकरार रखने के लिए विकलांगता की अस्मिता

चिपचिपी काली बारिश की पहचान पक्की करने के लिए

फिर हुआ

पृथ्वी पर एक नए नर्क का निर्माण

आदमी की चीख़ और बमों के धमाकों के बीच

सुरक्षित रखने के लिए अपना जातीय संगीत

आदेशवर्षी कंठों ने गया सर्वनाश का युगल गान

विध्वंस की तलछट से बना

नर्क का यह नमूना

संसार के

सर्वाधिक सभ्य और जिद्दी हाथों ने तैयार किया

पृथ्वी पर एक नये नर्क का निर्माण हुआ फिर

 

 

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