Hindi Poem of Sur Das “ Dekhe me chabi aat ati bichitra hariki, “देखे मैं छबी आज अति बिचित्र हरिकी” Complete Poem for Class 10 and Class 12

देखे मैं छबी आज अति बिचित्र हरिकी

 Dekhe me chabi aat ati bichitra hariki

 

देखे मैं छबी आज अति बिचित्र हरिकी ॥ध्रु०॥

आरुण चरण कुलिशकंज । चंदनसो करत रंग।

सूरदास जंघ जुगुली खंब कदली । कटी जोकी हरिकी ॥१॥

उदर मध्य रोमावली । भवर उठत सरिता चली ।

वत्सांकित हृदय भान । चोकि हिरनकी ॥२॥

दसनकुंद नासासुक । नयनमीन भवकार्मुक ।

केसरको तिलक भाल । शोभा मृगमदकी ॥३॥

सीस सोभे मयुरपिच्छ । लटकत है सुमन गुच्छ ।

सूरदास हृदय बसे । मूरत मोहनकी ॥४॥

Leave a Reply

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.