Hindi Poem of Balkavi Beragi “  Shishuo ke liye kavitaye 1 ”,”शिशुओं के लिए कविताएँ-1” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

शिशुओं के लिए कविताएँ-1

 Shishuo ke liye kavitaye 1

तितली करती ताथा थैया,

भँवरा करता गुन गुन गुन ।

खिलकर हँसते फूल हमेशा,

कलियाँ कहतीं हमे न चुन ।।

जब से हम स्कूल गए हैं,

खेल-कूद सब भूल गए हैं ।

सब कहते हैं- पढ़ो-पढ़ो,

एक हिमालय रोज़ चढ़ो ।।

माली वो जो जड़ को सींचे

हर डाली को प्यार करे ।

कली-कली को फूल बनाए,

ख़ुशबू का सत्कार करे ।।

पेड़ हमें देते हैं फल,

पौधे देते हमको फूल ।

मम्मी हमको बस्ता देकर

कहती है जाओ स्कूल ।।

कोयल कुहू-कुहू कर गाती

मीठे सुर में गाती मैना ।

काँव-काँव करते कौवे को

मौसम से क्या लेना-देना?

 

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