Hindi Poem of Gopal Prasad Vyas “Prayan geet“ , “प्रयाण-गीत” Complete Poem for Class 9, Class 10 and Class 12

प्रयाण-गीत
Prayan geet

प्रयाण-गीत गाए जा!
तू स्वर में स्वर मिलाए जा!
ये जिन्दगी का राग है–जवान जोश खाए जा
प्रयाण-गीत …

तू कौम का सपूत है!
स्वतन्त्रता का दूत है!
निशान अपने देश का उठाए जा, उठाए जा
प्रयाण-गीत…

ये आंधियां पहाड़ क्या?
ये मुश्किलों की बाढ़ क्या?
दहाड़ शेरे हिन्द! आसमान को हिलाए जा
प्रयाण-गीत…

तू बाजुओं में प्राण भर!
सगर्व वक्ष तान कर!
गुमान मां के दुश्मनों का धूल में मिलाए जा।
प्रयाण-गीत गाए जा!
तू स्वर में स्वर मिलाए जा!
ये जिन्दगी का राग है–जवान जोश खाए जा।

Leave a Reply

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.